मंगलवार, 15 दिसंबर 2015

सबसे बड़ी किताब


         ज़िदगी सबसे बड़ी किताब है जो आदमी को उसके अनुभवो से सीखने की प्रेरणा देती है | कुदरत ,समाज ,अपने परिवार ,दोस्त आदि जहां से भी कुछ नया व अच्छा सीखने को मिले ,हम उसे ग्रहण करे व अपने जीवन में उतारे |
         किसी को छोटा या अपने से कमजोर नहीं समझना चाहिए क्योकि ज्ञान तो हमें एक छोटी सी मकड़ी  भी दे जाती है |इस कहानी से तो आप सभी भलीभांति परिचित है कि किस तरह एक राजा उस मकड़ी  से जो की बार बार दीवार से गिर जाती है लेकिन अंत में अपने जाले तक पहुँच जाती से शिक्षा लेकर कि हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए फिर से युद्ध लड़ता है और सफलता भी प्राप्त करता है | इसीलिए हमें जहां से भी जानकारी मिले उसे ले लेना चाहिए | कभी कभी ऐसा होता है कि अच्छी डिग्री मिलने के बाद भी हम अनपढ़ ही रह जाते है ,नाकामयाब हो जाते है | बिना पढ़े भी हम अच्छे ग्रेड पा सकते है बस जरुरी है तो कि हम सीखने के सही तरीके को सीखे |

        अंत: हमारी शिक्षा ऐसी हो जो हमें नौकर बनना नहीं बल्कि लोगों के दिलों में बसना सिखाएं | शिक्षा ऐसी हो जो हमें सिर्फ रोजी रोटी ही न बल्कि जीने का रास्ता दिखाए | सफलता का मतलब यह नहीं है की हमनें जिद्गी में कौन सा मुकाम पाया है बल्कि यह है कि हमनें उसे कितनी मुश्किलों का सामना करके वह मुकाम पाया है | हमनें अपने आप में कितना सुधार किया है |

कोई टिप्पणी नहीं: